इसमें कोई चमत्कार नहीं है; यह सरल सा विज्ञान है। Jonitas में 35 सक्रिय अवयव है जो पुरानी कमजोर हो चुकी कोशिकाओं को अपने संपर्क में आते ही ठीक कर देता है जिससे वह 10 गुना ज्यादा तेज काम करने लगती हैं। यही कारण है कि कोशिकाएं धीरे-धीरे अपनी ताकत वापस पा लेती हैं।
शरीर की प्रभावित जगह पर Jonitas पहली बार लगाने के बाद से ही 93,000 से भी ज़्यादा कोशिकाएँ सक्रिय हो जाएंगी। रक्त के प्रवाह के लिए यह बहुत ही उपयोगी होता है। यह इलाज ऐसे ही काम करता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि इसका उपयोग सिस्टमैटिक तरीके से किया जाना चाहिए।